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प्रदीप सिंह(पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी, अलीगढ़) की कलम से🖊️
अलीगढ़ 29 अगस्त: यूपीसीए जिसका की काम सम्पूर्ण *उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष रूप से क्रिकेट को बढ़ावा देना एवं पारदर्शिता के साथ कार्य करना है जिसके लिए बीसीसीआई ने उन्हें अधिकृत किया है.
आगरा क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा *आगरा में 2005 से आने के बाद आगरा में क्रिकेट को नए स्तर पर पहुंचाया और यूपीसीए मैं भी अहम भूमिका निभाई* लेकिन *स्वार्थी एवं पैसे के पुजारी कुछ यूपीसीए के पदाधिकारियों ने अनर्गनल आरोप लगाकर 2015* से कार्य करने से रोक दिया और *एक षड्यंत्र के तहत यूपीसीए ने 2019 में नई एसोसिएशन का गठन* कर *श्री प्रकाश कौशल को सेक्रेट्री एवं श्री कैलाश नाथ टंडन को चेयरमैन* बन दिया था ।
अब इसके पीछे की कहानी आपको बताता हु 2005 में जब श्री जीडी शर्मा को श्री के एन टंडन ने अपना सेक्रेटरी चुना था तब श्री टंडन श्री प्रकाश कोशल से *रु 3 लाख नगदी यूपीसीए के पदाधिकारियों के लिए एवं रु 25000 शादी के गिफ्ट* के लिए *टंडन ले चुके थे इस आशय के साथ की वह कौशल को सचिव* बना देंगे जब यह देखा की जी डी शर्मा का कार्य के तरीके के कारण आगरा में क्रिकेट का विकास हो रहा है तब *यूपीसीए के पदादकारियो ने टंडन के साथ मिल कर षड्यंत्र को अंजाम दिया और 2019 में नई एसोसिएशन का गठन किया
2005 में श्री कौशल ने यूपीसीए के सचिव को एक 100 रु के स्टांप पेपर पर नोटरी किया एफिडेविट दे कर शिकायत दर्ज की थी और आश्वाशन दिया गया था की कुछ कार्यवाही करेंगे* *लगातार प्रयास एवं दवाब के कारण यूपीसीए के पदादकारियों ने भूमिका रचते हुए कार्य को अंजाम दिया आपके समक्ष मैं उस एफिडेविट की कॉपी संलग्न कर रहा हु जो 2005 मैं प्रकाश कौशल के द्वारा दिया गया था इसे पड़ की दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो
अतः मेरी आगरा क्रिकेट एसोसिएशन के पदादकारियो से विनीत है की उनके उपर लगाए गए झूठे एवं मिथ्या आरोपों को हटाने की लिए उच्च न्यायालय की शरण ले और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कराए जिसने किसी और एसोसिएशन को अपना शिकार न बना सके।* और इन सफेदपोश का चहेरा उजागर हो सके।