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पटना 9 मार्च : बिहार क्रिकेट संघ( बीसीए ) इस संस्था पर गहराए विवाद कम नहीं होने वाले। धोनी फिल्म का वो डायलॉग तो आपको याद होगा जिसमे एक पात्र का कहना था की बिहार को क्रिकेट से ज्यादा राजनीति पसंद है।बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश तिवारी के ऊपर गलत हलफनामा दे चुनाव लडने की खबरे तो बहुत आरोप लगते रहे और सोसल मीडिया में खूब चर्चा भी बना अब बीसीए वोटरों पर भी उंगलियां उठने लगीं हैं।
बीसीए के एक जिले के पदाधिकारी ने बीसीए सचिव के वाट्सएप ग्रुप में बिहार क्रिकेट संघ के चुनाव पर ही प्रश्न उठा दिया है।चुनाव जो की 29 सितंबर को हुआ था उस चुनाव में वोट देने वाले वोटरों और वोटर लिस्ट को ही गलत ठहरा दिया है।उनका कहना है की पहले जो वोटरलिस्ट बना था उसमे कलरकीयल मिस्टेक का हवाला देकर पूरा वोटर लिस्ट ही बदल दिया गया।अब सवाल है कि वोटर लिस्ट अगर गलत है तो बीसीए का पूरा चुनाव ही संदेहात्मक है।
हालांकि हमारे पास मौजूद कागजात के हिसाब से 29 सितंबर 2019 को हुए एजीएम के जारी मिनट्स में जिन पदाधिकारियों का हस्ताक्षर है उनमें से कुछ लोगों के तो नाम ही वोटर लिस्ट में मौजूद नहीं है। इसका मतलब ये अनुमान लगाया जा सकता है की बीसीए का चुनाव ही गलत तरीके से कराया गया हैं।जिला के जिस पदाधिकारी ने बी सी ए के चुनाव पर प्रश्न उठाया है उनके अनुसार बिहार क्रिकेट संघ के चुनाव की अधिसूचना 25/05/2019 के बार्षिक आमसभा में लिया गया उस समय के बिहार क्रिकेट संघ से सम्बब्ध जिलो ने उस वार्षिक आमसभा मे भाग
लिया जो कि bca के पत्रांक Bca/LCRH/DCA1/2016/17 दिनांक 18/02/17 एवं Bca/ADU-EN J LC/2018/19 दिनांक 17/10/18 केआनुसार अपने अपने जिला संघो मे लोढ़ा समिति के अनुसंशा को ग्रहण कर बनाई गई कमिटी थी जो उस 25/05 के वार्षिक आम सभा मे भाग ली थी उस समय bcci मे माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा बनाई गई सुपरवाइजरी कमिटी bcci की कार्य देख रही थी जिसके COA माननीय विनोद रायजी थे। 24 /08/2019 को bca उस समय के वर्तमान सचिव श्री रविशंकर प्रसाद सिंह के दुवारा सभी जिला संघो से एक सपथ पत्र माँग की गई थी जिसमे उनको ये बर्णन करना था कि bca पत्र 17/10/2018के आलोक में उनके जिलो मे लोढ़ा समिति केअनुशंसा के बाद चुनी हुई कमेटी और उसके पहले कौन सी कमिटी काम कर रही थी।
उसवक्त सभी जिलो ने अपना अपना शपथ पत्र bca को भेजा था और उस सपथपत्र को उस समय के वर्तमान bcci सीएओ श्री विनोद राय जी को बीसीए के द्वारा भेजा भी गया था।उसके बाद ही bca का वोटर लिस्ट bca के वेबसाइट पर joint electoral officer के द्वारा पब्लिश्ड भी किया गया था और उस वोटर लिस्ट पर आपत्ति मांगी गई थी।फिर रातो रात किया हुआ कि कलर कियल मिस्टेक बोल कर पूरी की वोटरलिस्ट को बदल कर चुनाव पदाधिकारी इस्तीफा दे देते हैं। यहां दाल में कुछ काला है।आखिर क्या बात हुई कि चुनाव पदाधिकारी गलत वोटर लिस्ट पब्लिस्ट कर इस्तिफा दे देते है?
अब आते है चुनाव के दिन जो वार्षिक आमसभा हुआ उसमे शामिल जिला संघ मे अधिकांस को अध्यक्ष नहीं मानते।मुख्य बात ये है कि 25/05 के बार्षिक आमसभा के मिन्टस को 29/09/2019 को यानी bca के चुनाव बाले आमसभा में संपुष्ट किया जाता है, और 29/09/2019 यानकी चुनाव के दिन हुए वार्षिक आम सभा के मिन्टस को अध्यक्ष के द्वारा बुलाए गए तथाकथित वार्षिक आम सभा जो की आरा मे आहूत थी 31/01/2020 को उसमे संपुष्ट किया गया।अब प्रश्न ये उठता है कि अगर 25/05/2019एवं29/09/2019 को हुए वार्षिक आमसभा मे सामिल जिला संघ गलत है तो बिहार क्रिकेट संघ का चुनाव सही कैसे हो गया?ये बिहार चुनाव पर एक यक्ष प्रश्न है।
मैं बिहार क्रिकेट संघ से जुड़े पूर्व एवं बर्तमान सभी पदाधिकारियों से माँग करता हूँ कि जिन जिला संघ ने 24 /08/2019 को अपना सपथ पत्र bca को भेजा था और जितने पदाधिकारी bca के चुनाव लड़े, जीते एवं जिन्होंने वोट डाले उनसभी का सपथपत्र सार्वजनिक किया जाए दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जायेगा।बिहार क्रिकेट संघ का चुनाव एक मात्र उद्दाहरण है जहाँ वोटर भी सपथपत्र दे कर वोट डाले है।कि हम लोढ़ा समिति के अनुसंशा के अनुरूप सही है।पूरा बिहार क्रिकेट संघ बारूद के ढेर पर बैठा है।
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